शनिवार, 27 सितंबर 2025

सितम से तेरे क्या डरें, ऐ सितमगर,

वफ़ाओं से बेवफ़ाई पाए हुए हैं,
तक़दीरों में कुछ यूँ लिखवा लाए हुए हैं।

सितम से तेरे क्या डरें, ऐ सितमगर,
हम तो अपनों की बेवफ़ाई से सताए गए हैं।

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